यूपी के बस्ती जिले में कातिलों की चांदी

9 अक्टूबर 2019 की सुबह 10 बजे के आसपास आदित्य नारायण तिवारी उर्फ कबीर की गोली मार कर हत्या कर दी जाती है. गोली मार कर भाग रहे 2 लोगो को जनता पकड़ कर पुलिस को दे देती है.


गोली लगने के बाद कबीर को जिला अस्पताल ले जाया जाता हैं वहां से लखनऊ भेजा जाता हैं लखनऊ ले जाते हुये कप्तानगज के पास वो मर जाता है उसे वापिस बस्ती लाया जाता है जहा उसके समर्थक हिंसक हो जाते हैं बस्ती सांसद हरीश द्विवेदी जी अपनी देख में पोस्ट मार्टम व अंतिमसंस्कार करवाते है.
दूसरे दिन से कबीर के घर नेताओं का आना चालू हो जाता है कबीर के घर केबिनेट मंत्री बृजेश पाठक,स्वतंत्र प्रभार मंत्री सतीश द्विवेदी, मंत्री उपेंद्र तिवारी, जिले के विधायक के अलावा पूर्व विधायक राकेश पांडेय, विधायक खब्बू तिवारी बहुत लोग आये बड़ी बड़ी बाते हुई लेकिन बस्ती पुलिस कुछ नही कर सकी 14 को भाजपा नेता विनीत तिवारी धरने पर बैठे बड़े बड़े आसवासन देकर अनशन स्थगित करवाया गया और DM ओर SP को हटा दिया गया लेकिन जांच में कुछ भी आगे नही हुआ कुछ दिन बाद एक अभियुक्त को लखनऊ पुलिस ने कट्टे के साथ पकड़ा और जेल भेज दिया
आज 42 दिन हो गए और कुछ नही हुआ 8 लोग नामजद एफआईआर व 2 अज्ञात लोगो के खिलाफ रिपोर्ट है